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Republic Day 2022: राजपथ पर आज दिखेगी देश की सैन्य ताकत, झांकी-परेड से गुलजार होगी दिल्ली

देश के 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के राजपथ पर बुधवार को भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधताओं की झलक देखने को मिलेगी. राजपथ पर होने वाले आयोजन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) तिरंगा फहराएंगे. 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था और भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ. भारत इस बार आजादी के 75 साल भी पूरे कर रहा है. गणतंत्र दिवस परेड-2022 भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में हो रही है जिसे पूरे देश में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है. इसलिए इस बार का गणतंत्र दिवस समारोह भव्य तरीके से मनाया जा रहा है और इसके लिए सरकार ने कई नए कार्यक्रमों की घोषणा की है.

समारोह के दौरान राजपथ पर परेड पहले के सुबह 10 बजे के बजाय 10:30 बजे शुरू होगी. समय में बदलाव घने कोहरे को देखते हुए किया गया है. कोविड-19 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए दर्शकों के लिए सीटों की संख्या में काफी कमी आई है. इस साल सिर्फ 5,000 से 8,000 लोगों को ही इसमें शामिल होने की अनुमति है. सरकार ने लोगों को ऑनलाइन लाइव समारोह देखने के लिए MyGov पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने की अपील की है. उन्हें लोकप्रिय पसंद श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल और झांकी के लिए वोट करने का भी मौका मिलेगा.

परेड

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, गणतंत्र दिवस परेड समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के दौरे के साथ होगी. प्रधानमंत्री माल्यार्पण कर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने में देश का नेतृत्व करेंगे. परंपरा के अनुसार, राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रीय झंडा फहराया जाएगा और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. परेड की शुरुआत राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के सलामी लेने के साथ होगी. परेड की कमान दूसरी पीढ़ी के सैन्य अधिकारी, परेड कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा, अति विशिष्ट सेवा मेडल संभालेंगे. दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल आलोक काकर परेड के सेकेंड-इन-कमांड होंगे.

भारतीय सेना की टुकड़ी

तत्कालीन ग्वालियर लांसर्स की वर्दी में पहली टुकड़ी 61 कैवलरी होगी जिसका नेतृत्व मेजर मृत्युंजय सिंह चौहान करेंगे. 61 कैवेलरी दुनिया में एकमात्र सक्रिय सेवारत हॉर्स कैवेलरी रेजिमेंट है. इसे 01 अगस्त, 1953 को 6 राज्य बलों की घुड़सवार इकाइयों को मिलाकर स्थापित किया गया था. भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 61 कैवेलरी के माउंटेड कॉलम, 14 मैकेनाइज्ड कॉलम, छह मार्चिंग टुकड़ियों और आर्मी एविएशन के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरों (ALH) द्वारा किया जाएगा. एक टैंक पीटी-76 और सेंचुरियन (टैंक वाहक पर) और दो एमबीटी अर्जुन एमके-I, एक एपीसी टोपास और बीएमपी-I (ऑन टैंक ट्रांसपोर्टर) और दो बीएमपी-II, एक 75/24 टोड गन (वाहन पर) और दो धनुष गन सिस्टम, एक पीएमएस ब्रिज और दो सर्वत्र ब्रिज सिस्टम, एक एचटी-16 (वाहन पर) और दो तरंग शक्ति इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम, एक टाइगर कैट मिसाइल और दो आकाश मिसाइल सिस्टम मैकेनाइज्ड कॉलम में मुख्य आकर्षण होंगे. इसके अलावा सेना के अन्य रेजिमेंट भी सलामी मंच के आगे मार्च पास्ट करेंगे.

भारतीय नौसेना दल

रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि नौसेना दल में लेफ्टिनेंट कमांडर आंचल शर्मा के नेतृत्व में 96 युवा नाविक और चार अधिकारी कंटिजेंट कमांडर के रूप में शामिल होंगे. इसके बाद नौसेना की झांकी होगी, जिसे भारतीय नौसेना की बहु-आयामी क्षमताओं को प्रदर्शित करने और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत प्रमुख कार्यों को उजागर करने के उद्देश्य से बनाया गया है. मौजूदा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का भी झांकी में विशेष स्थान है. झांकी के अगले हिस्से में 1946 के नौसेना विद्रोह को दर्शाया गया है, जिसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया. पिछला भाग 1983 से 2021 तक भारतीय नौसेना की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को दर्शाता है. स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित युद्धपोतों के मॉडल से हवा में घिरा हुआ एलसीए नौसेना सहित नए विक्रांत का मॉडल दर्शाया गया है.

वायु सेना की टुकड़ी

भारतीय वायु सेना की टुकड़ी में 96 वायुसैनिक और चार अधिकारी शामिल हैं और इसका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर प्रशांत स्वामीनाथन करेंगे. वायु सेना की झांकी का शीर्षक ‘भारतीय वायु सेना, भविष्य के लिए परिवर्तन’ है. झांकी में मिग-21, जी-नेट, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर और राफेल विमान के स्केल डाउन मॉडल के साथ-साथ अश्लेषा रडार भी प्रदर्शित किए गए हैं.

डीआरडीओ की झांकी और CAPF के मार्चिंग दस्ते

DRDO रक्षा के क्षेत्र में देश की तकनीकी प्रगति को दर्शाने वाली दो झांकी प्रदर्शित करेगा. इसके अलावा भारतीय तटरक्षक बल (ICG), केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और दिल्ली पुलिस की टुकड़ी भी सलामी मंच के सामने मार्च पास्ट करेंगे. वहीं नेशनल कैडेट कोर (NCC) बॉयज मार्चिंग दस्ते, जिसमें 100 सीनियर डिवीजन कैडेट शामिल हैं, का नेतृत्व पंजाब निदेशालय के सीनियर अंडर ऑफिसर रूपेंद्र सिंह चौहान करेंगे. कर्नाटक निदेशालय की वरिष्ठ अवर अधिकारी प्रमिला एनसीसी गर्ल्स मार्चिंग दल का नेतृत्व करेंगी, जिसमें सभी 17 निदेशालयों से लिए गए 100 सीनियर विंग कैडेट शामिल होंगे.

राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश की झांकी

मार्च पास्ट के बाद 12 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के 9 मंत्रालयों/विभागों की झांकियां होंगी, जिन्हें ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत विभिन्न विषयों पर तैयार किया गया है. जिनके विषय कुछ इस तरह होंगे.

1. अरुणाचल प्रदेश- एंग्लो-अबोर (आदि) युद्ध

2. हरियाणा- हरियाणा: खेलों में नंबर 1

3. छत्तीसगढ- गोधन न्याय योजना: समृद्धि का एक नया मार्ग

4. गोवा- गोवा की विरासत के प्रतीक

5. गुजरात- गुजरात के आदिवासी क्रांतिकारी

6. जम्मू-कश्मीर- जम्मू-कश्मीर का बदलता चेहरा

7. कर्नाटक- कर्नाटक: पारंपरिक हस्तशिल्प का उद्गम स्थल

8. महाराष्ट्र- महाराष्ट्र की जैव विविधता और राज्य के जैव-प्रतीक

9. मेघालय- मेघालय के राज्य के दर्जे के 50 साल और महिला नेतृत्व वाली सहकारी समितियों और एसएचजी को इसका योगदान

10. पंजाब- स्वतंत्रता संग्राम में पंजाब का योगदान

11. उत्तर प्रदेश- ओडीओपी और काशी विश्वनाथ धाम

12. उत्तराखंड- प्रगति की ओर बढ़ता उत्तराखंड

विभिन्न मंत्रालयों की झांकी और उनके विषय

1. शिक्षा मंत्रालय और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय- राष्ट्रीय शिक्षा नीति

2. नागरिक उड्डयन मंत्रालय- उड़ान: उड़े देश का आम नागरिक

3. संचार मंत्रालय/डाक विभाग- भारतीय डाक: 75 वर्ष @ संकल्प – महिला अधिकारिता

4. गृह मंत्रालय- सीआरपीएफ: वीरता और बलिदान की गाथा

5. आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (CPWD)- सुभाष @125

6. वस्त्र मंत्रालय- भविष्य के लिए शटलिंग

7. कानून एवं न्याय मंत्रालय, न्याय विभाग- एक मुट्ठी आस्मा: लोक अदालत, समावेशी कानूनी व्यवस्था

8. जल शक्ति मंत्रालय, पेयजल और स्वच्छता विभाग- जल जीवन मिशन: जीवन में बदलाव

9. संस्कृति मंत्रालय- श्री अरबिंदो के 150 वर्ष

वंदे भारतम सांस्कृतिक कार्यक्रम

मंत्रालय ने कहा है कि झांकी के बाद एक अखिल भारतीय नृत्य प्रतियोगिता ‘वंदे भारतम’ के माध्यम से चुने गए 480 डांसर्स द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन किया जाएगा. यह पहली बार हुआ है जब परेड के दौरान प्रदर्शन करने वाले नृत्य समूहों को अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता के आधार पर चुना गया है. इसके बाद BSF की सीमा भवानी मोटरसाइकिल टीम और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के हिमवीर द्वारा मोटरसाइकिल प्रदर्शन किया जाएगा.

फ्लाई पास्ट

पहली बार भारतीय वायु सेना के 75 विमानों/ हेलीकॉप्टरों को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में प्रदर्शित करेगा. राफेल, सुखोई, जगुआर, एमआई-17, सारंग, अपाचे और डकोटा जैसे पुराने और वर्तमान आधुनिक विमान/हेलीकॉप्टर राहत, मेघना, एकलव्य, त्रिशूल, तिरंगा, विजय और अमृत सहित विभिन्न संरचनाओं को प्रदर्शित करेंगे. समारोह का समापन राष्ट्रगान और तिरंगे गुब्बारों के साथ होगा. फ्लाई पास्ट के दौरान कॉकपिट वीडियो दिखाने के लिए पहली बार भारतीय वायु सेना ने दूरदर्शन के साथ समन्वय स्थापित किया है.

परेड को बेहतर ढंग से देखने के लिए, राजपथ के सभी तरफ कुल मिलाकर 10 बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी. पिछले गणतंत्र दिवस परेड के फुटेज, सशस्त्र बलों पर छोटी फिल्मों और आरडीसी 2022 के लिए विभिन्न घटनाओं से संबंधित कहानियों को मिलाकर संग्रहित की गई फिल्मों को परेड से पहले प्रदर्शित किया जाएगा.

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