‘मैं सच बोलता हूं…झूठे वादे सुनने हों, तो PM मोदी और केजरीवाल को सुनें’- राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को पंजाब में चुनावी प्रचार के दौरान कहा कि वह झूठे वादे नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर कोई झूठे वादे सुनना चाहता है, तो उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल के भाषणों को सुनना चाहिए.
पटियाला जिले के राजपुरा में ‘नवी सोच नवा पंजाब’ टाइटल से एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद गांधी ने कहा, ‘मैं झूठे वादे नहीं करूंगा. अगर आप (जनता) झूठे वादे सुनना चाहते हैं, तो मोदी जी, बादल जी और केजरीवाल जी को सुनें. क्योंकि मुझे सिर्फ सच बोलना सिखाया गया है.’ उन्होंने कहा, ‘मेरे बारे में एक चीज समझ लीजिए. मैं जब भी मुंह खोलता हूं सोच समझ कर बोलता हूं. मुझे सिखाया गया है कि जब भी बोलो तो सच बोलो झूठ नहीं बोलो. मैं इस स्टेज से झूठे वादे नहीं करूंगा.’
‘ड्रग्स के खिलाफ खोलेंगे इंस्टीट्यूट’- राहुल
गांधी ने कहा, ‘आज नेता आते हैं तो कहते हैं कि हमारी सरकार आएगी तो हम ड्रग्स के खिलाफ इंस्टीट्यूट खोलेंगे. 2013 में मैं जब पंजाब आया था तब मैंने कहा था कि पंजाब के युवाओं के लिए सबसे बड़ा खतरा ड्रग्स है. हालांकि BJP और अकाली दल ने कहा था कि राहुल गांधी बकवास कर रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘पंजाब को खतरे से बाहर रखने के लिए सभी लोगों को एक साथ चलना होगा.’ गौरतलब है कि एक दिन पहले राहुल गांधी ने पंजाब के वोटर्स को विधानसभा चुनाव में किसी भी प्रयोग से बचने की सलाह दी थी.
उन्होंने कहा था कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है, इसलिए यहां पर शांति बनाए रखना सबसे जरूरी है और केवल उनकी पार्टी ही ऐसा करने में सक्षम है. होशियारपुर और गुरदासपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पंजाब को अच्छी तरह समझती है और राज्य को आगे ले जा सकती है. बेरोजगारी को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम अब इस बारे में और काले धन के बारे में अपने चुनावी भाषणों में बात नहीं करते हैं.
पंजाब में 20 फरवरी को वोटिंग
बता दें कि पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 फरवरी को होने जा रहे हैं. इस बार कुल 1304 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. इनमें 117 विधानसभा सीटों पर 315 अपराधी मैदान में हैं. वहीं इन प्रत्याशियों में 218 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिन पर गंभीर किस्म के अपराध के मामले दर्ज हैं. सबसे ज्यादा 65 अपराधी शिरोमणि अकाली दल के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि आम आदमी पार्टी के टिकट पर 58 ऐसे प्रत्याशी हैं. बीजेपी की ओर से घोषित 71 में से 27 प्रत्याशियों पर अपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं BSP के 20 उम्मीदवारों में से तीन पर अपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि कांग्रेस के 117 प्रत्याशियों में से 16 पर अपराधिक मामले दर्ज हैं.