महिला जेल कैदियों के लिए आजीविका सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘सहज फुलकारी’ योजना लॉन्च की गई
पंजाब कानूनी सेवा प्राधिकरण (पीयूएलएसए) के तत्वावधान में जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण, फतेहगढ़ साहिब ने नई जिला जेल नाभा में बंद महिला कैदियों की आजीविका सुरक्षा प्रदान करने और नौकरी कौशल के विकास के लिए ‘सहज फुलकारी’ नामक एक नेक परियोजना शुरू की।
इस अवसर पर बोलते हुए डीएलएसए, फतेहगढ़ साहिब की सचिव मनप्रीत कौर ने बताया कि ‘सहज फुलकारी’ महिला जेल कैदियों को सिलाई, फुलकारी बनाने और कढ़ाई आदि में अपना कौशल विकसित करने में मदद करने के लिए एक पहल है ताकि उन्हें जेल में भी स्थायी आजीविका सुरक्षा प्रदान की जा सके। जैसे कि जब उन्हें कारावास से रिहा किया जाता है।
यह योजना पटियाला हैंडीक्राफ्ट डब्ल्यूसीआईएस लिमिटेड और रोटरी क्लब पटियाला के सहयोग से शुरू की जा रही है। इस परियोजना के तहत लगभग 30 से 40 महिला कैदियों को फुलकारी बनाने, कढ़ाई और सिलाई आदि की कला में प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रशिक्षणार्थियों को लगभग 2-3 माह का प्रशिक्षण दिया जायेगा तथा कच्चा माल आदि निःशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा। एक बार प्रशिक्षित होने के बाद, तैयार उत्पाद को बेचने के लिए बाजार संपर्क की भी योजना बनाई गई है।
गौरतलब है कि फुलकारी उत्पादों की उत्तरी भारत और कुछ विदेशी देशों में काफी मांग है। इस परियोजना को नई जिला जेल नाभा में बंद महिला कैदियों को सजा के बजाय सुधार पर ध्यान देने के साथ आजीविका सुरक्षा प्रदान करने के एक कदम के रूप में देखा जाता है। यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मास्टर ट्रेनर रेखा मान के नेतृत्व में शुरू हुआ।
फुलकारी प्रशिक्षण के बाद रेखा मान, रमनदीप सिंह भंगू और अधीक्षक नई जिला जेल नाभा की विशेषज्ञता के साथ प्रोडक्शन हाउस शुरू किया जाएगा।