सीएम योगी ने बताया पर्यावरण का महत्त्व, बोले- वृक्ष हैं विरासत, इन्हें बचाने का करें प्रयास
लखनऊ। राजधानी में आज से शुरू हुए नेशनल क्लाइमेट कॉन्क्लेव का उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया। इस कॉन्क्लेव में देश के कई राज्यों से पर्यावरण के जानकार और वैज्ञानिक इसमें शामिल होने पहुंचे हैं। कार्यक्रम में सीएम योगी ने पर्यावरण को समाज के लिए बेहद जरूरी बताया और इसके संरक्षण पर चर्चा की।
सीएम योगी ने कहा कि पुराने समय में ऋषि-मुनि वृक्षों के नीचे बैठकर तपस्या करते थे, वृक्षों के नीचे ही हमारे क्रांतिकारियों ने जंगल में आजादी को लेकर बड़ी-बड़ी कार्ययोजनाएं बनाईं थीं। सीएम ने कहा कि वृक्ष हमारी विरासत हैं और इन्हें बचाने का प्रयास सभी को करना होगा। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण में यूपी के प्रयासों के बारे में बताया।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में बीते 6 वर्षों में वनाच्छादन बढ़ा है। उन्होंने बताया कि साल 2017 से हमारी सरकार ने जुलाई के प्रथम सप्ताह में वन महोत्सव का आयोजन किया था जो अभी तक अनवरत रूप से जारी है। उन्होंने कहा कि पहले वर्ष हमने प्रदेश के सभी 75 जनपदों में 5 करोड़ पौधरोपण किया था, जिसके बाद दूसरे वर्ष में 10 करोड़ पौधे लगाए गए।
सीएम योगी ने कहा कि अभी तक प्रदेश में 135 करोड़ पौधरोपण का काम किया गया है। सीएम ने कहा कि इतना ही नहीं इसको लेकर थर्ड पार्टी से धरातल पर पौधों की देख-रेख और उनके चलने सम्बन्धी कार्यों की निगरानी करने का कार्य भी किया है। सीएम ने कहा कि इस वर्ष भी हम वन महोत्सव मन रहे हैं और जुलाई के प्रथम सप्ताह में प्रदेश में 35 करोड़ पौधे रोप जाएंगे। इस कार्य को यूपी का वन विभाग बतौर नोडल विभाग के रूप में अंजाम देगा।
सीएम योगी ने कॉन्क्लेव में प्रदेश में नमामि गंगे परियोजना का भी जिक्र किया। सीएम ने कहा कि प्रदेश में गंगा में डॉल्फिन की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे परियोजना को लेकर पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में युद्धस्तर पर काम हुआ है। सीएम ने कहा कि कानपुर में 14 करोड़ लीटर गन्दा सीवेज गंगा में गिरता था जिसे हमने बंद कर दिया। आज गंगा का जल आचमन के लायक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इलेक्ट्रिक वेहिकल को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार ने न्यू स्क्रैप पालिसी लागू कर दी है, साथ ही देश में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक एथनॉल उत्पादन वाला राज्य बनने की तरफ अग्रसर है।
सीएम ने कहा कि हमने पीएम आवास के लाभार्थियों को एक-एक सहजन का पौधा भी दिया है ,जिससे पर्यावरण तो शुद्ध होगा ही साथ ही कुपोषण को भी मिटने में मदद मिलेगी। नेशनल क्लाइमेट कॉन्क्लेव में आये सभी अतिथियों का सीएम योगी ने धन्यवाद दिया। सीएम ने जल संरक्षण को लेकर यूपी के सभी 75 जनपदों के योगदान को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक 8 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों का निर्माण शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में किया गया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम कर रहा है।