सेहतमंद मां ही दे सकती है तन्दुरस्त बच्चे को जन्म : सीएमओ
- आयरन सुक्रोज चढ़ाने के लिए दो सीएचसी पर बनाया गया मातृत्व एनीमिया प्रबंधन कार्नर
- मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सचेत
कुशीनगर। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली गर्भवती को आयरन सुक्रोज चढ़ाने की व्यवस्था की है। सोमवार को जिले के दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों रामकोला और मोतीचक पर मातृत्व एनीमिया प्रबंधन कार्नर स्थापित कर 10 एचआरपी को आयरन सुक्रोज चढ़ाया गया। इनमें रामकोला में छह तथा मोतीचक में चार गर्भवती शामिल हैं। सीएमओ ने रामकोला सीएचसी पर फीता काटकर नयी व्यवस्था का तथा मोतीचक सीएचसी पर भी कार्यक्रम का जायजा लिया।
रामकोला में कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए सीएमओ ने कहा कि स्वस्थ गर्भवती ही सेहतमंद बच्चे को जन्म दे सकती है। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान गर्भवती को एएनसी चेकअप प्रसव पूर्व जांच कराते रहना चाहिए। चिकित्सक द्वारा दिए गए सलाह का गंभीरतापूर्वक पालन करना चाहिए। सरकारी अस्पताल पर जांच इलाज दवा की सुविधा उपलब्ध रहती है। किसी भी जटिलता से बचने के लिए हर हाल में संस्थागत प्रसव कराना चाहिए। इसके बाद सीएमओ ने मोतीचक सीएचसी का भी जायजा लिया। इस अवसर पर चिकित्सक एवं अन्य चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।
मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता डाॅ. रितेश तिवारी ने बताया कि एनीमिया तीन प्रकार की होती है। जिसे हल्का, मध्यम और गंभीर एनीमिया नाम से जानते हैं। यदि किसी गर्भवती के शरीर में 10-10.90 ग्राम हीमोग्लोबिन होता है तो उसे हल्का एनीमिया, 7 से 7.9 ग्राम हीमोग्लोबिन होता है तो उसे मध्यम तथा 7 ग्राम हीमोग्लोबिन होता है तो उसे गंभीर एनीमिया कहते हैं। गर्भवती एनीमिया की शिकार न हो इसके लिए उन्हें आयरन कैल्शियम और फोलिक एसिड की गोली के साथ पौष्टिक आहार लेते रहने की सलाह दी जाती है। कोई भी महिला एनीमिया की शिकार न हो इसके लिए उसे किशोरावस्था से ही आयरन कैल्शियम की गोली के साथ पौष्टिक आहार लेते रहना है। समय समय पर हीमोग्लोबिन की जांच कराकर चिकित्सकीय सलाह भी लेते रहना चाहिए।