पल्लवी ने सोनेलाल पटेल की विचारधारा को दूसरे पार्टी के चरणों में गिरवी रखा: अनुप्रिया पटेल
- अनुप्रिया बोलीं- सोनेलाल के विचारों को आगे ले जाने वाली बेटी को चुनना है या अपना दल को गिरवी रखने वाली बेटी
- अनुप्रिया ने पल्लवी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा जो घर वालो की नहीं हुई वो आप सबकी क्या होगी
- सोनेलाल पटेल कभी दूसरे पार्टी के चुनाव निशान पर चुनाव नहीं लड़े
सिराथू। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल सिराथू विधानसभा से प्रत्याशी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंची। इस दौरान वह जनता से बोली कि इस बार आपको फैसला करना है कि सोनेलाल पटेल की विचारधारा को आगे ले जाने वाली बेटी को चुनना है या अपना दल को दूसरे पार्टी के चरणों में गिरवी रखने वाली बेटी को। विपक्ष और सिराथू सपा प्रत्याशी पल्लवी पर निशाना साधते हुए वह बोली अनुप्रिया सोनेलाल पटेल कभी दूसरे पार्टी के चुनाव निशान पर चुनाव नहीं लड़े।
मां कृष्णा पटेल के सामने अपनी जीती हुई सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारा
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि केशव जी के सामने मेरी सगी बड़ी बहन हैं। जिस अनुप्रिया ने अपनी माता कृष्णा पटेल के सामने अपनी जीती हुई सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारा उस सीट पर प्रचार करने भी नहीं जाऊंगी। मैं आज जो भी हूं अपने माता पिता की परवरिश का नतीजा है लेकिन सिराथू में मैं अपनी बड़ी बहन के खिलाफ प्रचार कर रही हूं। 13 वर्षों से लोग मेरा प्रोत्साहन कर रहे हैं, उनका भरोसा बनाए रखना है। मैं जनता के सभी सवालों का जवाब लेकर आई हूं।
क्षेत्र में आए तो उनसे संपत्ति को लेकर सवाल पूछें
पल्लवी पटेल पर भड़की अनुप्रिया ने कहा कि पल्लवी ने पूरी संपत्ति की अपने नाम वसीयत कराई। इसी के साथ उन्होंने जनता से अपील की कि जब वह चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र में आए तो उनसे संपत्ति को लेकर सवाल पूछें। इस दौरान अनुप्रिया ने पल्लवी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा जो घर वालो की नहीं हुई वो आप सबकी क्या होगी। आप सबके प्रयास और आशीर्वाद से सोनेलाल की बेटी को विधानसभा से लोकसभा तक पहुंचाया है।
वह आज जो भी हैं वह पिता की परवरिश का ही नतीजा है
जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि NEET में पिछड़ों के 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग को हमने ही उठाया था। इसी के साथ केंद्रीय, नावोदय और सैनिक स्कूलो में पिछड़ों को प्रवेश प्रक्रिया में मांग को भी अपना दल ने ही उठाया। उन्होंने कहा कि वह आज जो भी हैं वह पिता की परवरिश का ही नतीजा है।
पिता के विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए करुंगी संघर्ष
उन्होंने कहा कि पिता का देहांत हुआ तो वह संकट का दौर था। उनकी जीवन यात्रा को खत्म होते हुए देखा, जनता में निराशा थी कि हमारे नेता चले गए। उस वक्त मेरे परिवार से कोई सदस्य राजनीति में सक्रिय नहीं था। चारों बहनों में से कोई राजनीतिक तौर पर सक्रिय नहीं थी।
उस वक्त मैंने इस चुनौती को स्वीकार किया, पिता की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए संघर्ष करुंगी। आप जनता ने अनुप्रिया को एक बेटी से एक नेता बना दिया। आज यूपी यदि मेरी आवाज सुनता है तो वो आप जनता की बदौलत। आपको तय करना है कि सोनेलाल के विचारों को बढ़ाने वाली बेटी को आगे बढ़ाना है या उनके सपनों को किसी दल को बेचने वाली बेटी को चुनना है।
केशव मौर्य के समर्थन में सभा किया
आपको बता दें इसी विधानसभा सीट से अनुप्रिया की बड़ी बहन पल्लवी पटेल सपा और अपना दल कमेरावादी गठबंधन के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। सोमवार को सिराथू में प्रचार के दौरान पल्लवी पटेल के साथ मंच पर मौजूदा विधायक शीतला पटेल, जिलाध्याक्ष अनीता त्रिपाठी और योगेश मौर्य मौजूद थे। अनुप्रिया ने कहा कि हमनें पार्टी की विचार धारा को आगे बढ़ाया है लेकिन मेरी बहन ने अपनी विचार को धारा को बेच दिया।
कभी अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया
पिछड़ों के आरक्षण को अपना दल ने उठाया है सपा ने नही उठाया है। अपना दल इस मसले को उठाने पर केंद्र सरकार ने नीट, मेडिकल आदि में स्थान दिया है। डा.सोनेलाल पटेल ने कभी अपनी विचारधारा से समझौता नहीं किया, न ही दूसरे के सिंबल पर चुनाव लड़े । मैंने भी पिता की विचारधारा से कोई समझौता नहीं किया। अपना दल की विचारधारा को खत्म करने के लिए सपा ने मेरी बड़ी बहन को मोहरा बना दिया और उन्हें साइकिल पर बिठा दिया।