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धार्मिक पर्यटन से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर – प्रोफेसर सिंह

मुविवि में निवेश योजनाओं पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन*

प्रयागराज संवाददाता सतीश चंद्र की रिपोर्ट*

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के सरस्वती परिसर स्थित लोकमान्य तिलक शास्त्रार्थ सभागार में शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों, निवेश योजनाओं पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर सीडी सिंह, पूर्व कुलपति, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ट्राइबल विश्वविद्यालय, अमरकंटक, मध्य प्रदेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। इस समय उत्तर प्रदेश में टूरिस्ट इंडस्ट्री सबसे बड़ी इंडस्ट्री के रूप में उभर रही है। सरकार ने इसी को ध्यान में रखकर पर्यटन नीति 2022 बनाई है। उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा तो रोजगार के भी विशेष अवसर पैदा होंगे। उन्होंने प्रयागराज में संगम पर स्थित लेटे हुए हनुमान जी का उदाहरण देते हुए कहा कि देश के कोने कोने से लोग यहां दर्शन करने आते हैं। जिससे कई लोगों का रोजगार चलता है।
प्रोफेसर सिंह ने कहा कि शिक्षा सशक्तिकरण का माध्यम है। ऐसा पाठ्यक्रम बनाना चाहिए जिसे पढ़कर शिक्षार्थी निकले तो उनको रोजगार मिल सके। हमें संवाद की भाषा को प्रमुखता देना होगा। इसके लिए क्षेत्रीय भाषा में भी प्रशिक्षण की योजना बनाई जाए। आज आईसीटी का महत्त्व बढ़ता जा रहा है। हम डिजिटल युग में प्रवेश कर चुके हैं। इसलिए सावधानी अति आवश्यक है।
प्रोफ़ेसर सिंह ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में उद्योगों को जीवित किया जा रहा है। जिसमें लघु उद्योग, मध्यम उद्योग तथा भारी उद्योग शामिल हैं।
प्रोफेसर सिंह ने कहा कि विकास में सहभागी बनने के लिए उत्तर प्रदेश में कई तरह की योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सरकार की इन योजनाओं का लाभ लाभान्वितों तक पहुंचाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि 10-12 फरवरी तक होने वाली ग्लोबल समिट से रोजगार के अवसर पैदा होंगे। प्रदेश का विकास सभी होगा जब यहां पूंजी लगेगी। उत्तर प्रदेश में विकास स्पष्ट रुप से दिखाई दे रहा है। जिसका एक प्रमुख कारण यहां फ्लाईओवर हैं। जिससे आवागमन की सुविधा सुलभ हो गई है।
प्रोफेसर सिंह ने कहा कि उद्योग लगने से प्रदेश खुशहाली की तरफ जाएगा। अभी भी 69 प्रतिशत भूमि कृषि भूमि है। उत्तर प्रदेश सकल उत्पादन का 20 प्रतिशत उत्पादन करता है। उन्होंने कहा कि ऐसे युवाओं के हाथ को काम मिलने वाला है, जब गांव के भूमि की पैमाईश द्रोण से होगी। प्रदेश सरकार के पास युवाओं के लिए बहुत योजनाएं हैं। दिव्यांगों तथा महिलाओं के लिए भी अनेक योजनाएं हैं। जिनका लाभ उन तक पहुंचाने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए।
समारोह में उतर प्रदेश शासन के विशेष सचिव श्री राजाराम ने कहा कि छात्रों शिक्षकों के सहयोग से ही आत्म निर्भर भारत एवं समावेशी विकास की तरफ प्रदेश को ले जाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकार इसको लेकर कृत संकल्पित है। जन जन तक सरकार की योजनाएं पहुंचे। समवेत प्रयास से उत्तर प्रदेश को समृद्ध प्रदेश बनाया जा सकता है।
अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर पी पी दुबे ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय सरकार की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका का निर्वाह कर रहा है।
विश्वविद्यालय द्वारा संचालित कौशल विकास पर आधारित कार्यक्रमों को पूर्ण करके कई शिक्षार्थी रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की पाठ्य सामग्री कौशल विकास पर आधारित है। विचार गोष्ठी की रूपरेखा तथा संचालन नोडल अधिकारी डॉ देवेश रंजन त्रिपाठी ने तथा धन्यवाद कुलसचिव विनय कुमार ने किया।
इस अवसर पर संयुक्त आयुक्त उद्योग, जिला सेवायोजन अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला मत्स्य अधिकारी, प्रधानाचार्य आई टी आई, वित्त अधिकारी, परीक्षा नियंत्रक, निदेशक, शिक्षक कर्मचारी, छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित रहे।

डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र
मीडिया प्रभारी

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