उत्तर प्रदेशकुशीनगर

जब से तू मेरी हो ली है हर रोज हमारी होली है…….

विमर्श की 46वीं मासिक काव्य गोष्ठी संपन्न

पडरौना ,कुशीनगर

विमर्श साहित्यिक संस्था पडरौना की 46 वीं मासिक काव्य गोष्ठी  नगर के कोदई शुक्ल निदान केंद्र के अंतर्गत स्थित एक सभागार में संपन्न हुआ ।संयोजन डॉक्टर अजय शुक्ला एवं डॉक्टर दिव्या शुक्ला का रहा।

गोष्ठी की अध्यक्षता यूएनपीजी कॉलेज पडरौना के पूर्व आचार्य एवं पूर्व विभागाध्यक्ष हिंदी डॉक्टर प्रेमचंद सिंह ने की ,जबकि बतौर मुख्य अतिथि जनपद कुशीनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश पटारिया रहे। विशिष्ट अतिथि अजय प्रताप नारायण अध्यक्ष अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति उत्तर प्रदेश, डॉ आर के गुप्ता वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट,

पत्रकार डीके पांडे, वरिष्ठ समाजसेवी ज्ञानवर्धन गोविंदराव, वरिष्ठ समाजसेवी विजय पांडे, मनोज शर्मा सारस्वत, शैलेंद्र दत्त शुक्ल उपस्थित रहे। संचालन विमर्श के अध्यक्ष  आर के भट्ट बावरा ने किया।

गोष्ठी का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पर्चन एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।

मां सरस्वती की वंदना प्रसिद्ध लोक गायक मंटू पाठक एवं भोजपुरी के शानदार कवि अश्वनी द्विवेदी ने प्रस्तुत किया। गोष्ठी में वरिष्ट कवि एवं नेहरू इंटरमीडिएट कॉलेज मनसाछापर के पूर्व प्रधानाचार्य मदन मोहन पांडेय ने पढ़ा,

जब से तू मेरी हो ली है हर रोज हमारी होली है।

आकाश महेशपुरी ने दोहा के साथ जोगीरा की शानदार प्रस्तुति की। संतोष संगम ने मधुर गीत प्रस्तुत किया। अवध किशोर अवधू ने शानदार हास्य व्यंग की रचना पढ़ी। अश्वनी द्विवेदी ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए पढा, जिंनगी के सईहारे के सीख, कबो ना हिम्मत हारे के सीख।

डॉक्टर दिव्या शुक्ला ने अपनी रचना कुछ इस प्रकार प्रस्तुत की, हर दिन ही महिला दिवस है, महिला बिन सब कुछ विकट है।

परंपरागत होली गीतों की प्रस्तुति भोजपुरी के मशहूर कवि मधुसूदन पांडे एवं मंटू पाठक के साथ पूजा लकी पांडे ने की। इस अवसर पर बलराम राय, रेणुका चौहान रुबी गुप्ता अशोक शर्मा, उगम चौधरी मगन, बेचू बीए, नूरुद्दीन नूर, डॉक्टर अक्स वारसी, शंभू सजल, कृष्णा श्रीवास्तव मोहन पांडेय भ्रमर, सार्जेंट अभिमन्यु पांडे, जितेंद्र पांडे जोहर, हरेंद्र पांडे, नंदलाल सिंह कांतिपति, सत्य प्रकाश शुक्ल “बाबा”, सुजीत कुमार पांडे जय कृष्ण शुक्ल, आर के भट्ट बावरा, गोमल यादव, अनुराग मिश्र, दीपक मिश्र, असलम निजामी, अरशद सफीर, आदि ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की। इस अवसर पर पत्रकार मोहम्मद नईम , संजय चाणक्य, राज सिंह,अब्दुल मजीद , पवन मिश्रा,आफताब आलम, आदित्य दीक्षित, मोहम्मद असलम, आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, खुर्शीद आलम, अनुराग श्रीवास्तव, मधु सिंह संजना, सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे। आगंतुक अतिथियों का डॉ अजय शुक्ला ने आभार व्यक्त किया।

पडरौना ,कुशीनगर

विमर्श साहित्यिक संस्था पडरौना की 46 वीं मासिक काव्य गोष्ठी नगर के कोदई शुक्ल निदान केंद्र के अंतर्गत स्थित एक सभागार में संपन्न हुआ ।संयोजन डॉक्टर अजय शुक्ला एवं डॉक्टर दिव्या शुक्ला का रहा।
गोष्ठी की अध्यक्षता यूएनपीजी कॉलेज पडरौना के पूर्व आचार्य एवं पूर्व विभागाध्यक्ष हिंदी डॉक्टर प्रेमचंद सिंह ने की ,जबकि बतौर मुख्य अतिथि जनपद कुशीनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश पटारिया रहे। विशिष्ट अतिथि अजय प्रताप नारायण अध्यक्ष अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति उत्तर प्रदेश, डॉ आर के गुप्ता वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट,
पत्रकार डीके पांडे, वरिष्ठ समाजसेवी ज्ञानवर्धन गोविंदराव, वरिष्ठ समाजसेवी विजय पांडे, मनोज शर्मा सारस्वत, शैलेंद्र दत्त शुक्ल उपस्थित रहे। संचालन विमर्श के अध्यक्ष आर के भट्ट बावरा ने किया।
गोष्ठी का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पर्चन एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
मां सरस्वती की वंदना प्रसिद्ध लोक गायक मंटू पाठक एवं भोजपुरी के शानदार कवि अश्वनी द्विवेदी ने प्रस्तुत किया। गोष्ठी में वरिष्ट कवि एवं नेहरू इंटरमीडिएट कॉलेज मनसाछापर के पूर्व प्रधानाचार्य मदन मोहन पांडेय ने पढ़ा,
जब से तू मेरी हो ली है हर रोज हमारी होली है।
आकाश महेशपुरी ने दोहा के साथ जोगीरा की शानदार प्रस्तुति की। संतोष संगम ने मधुर गीत प्रस्तुत किया। अवध किशोर अवधू ने शानदार हास्य व्यंग की रचना पढ़ी। अश्वनी द्विवेदी ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए पढा, जिंनगी के सईहारे के सीख, कबो ना हिम्मत हारे के सीख।
डॉक्टर दिव्या शुक्ला ने अपनी रचना कुछ इस प्रकार प्रस्तुत की, हर दिन ही महिला दिवस है, महिला बिन सब कुछ विकट है।
परंपरागत होली गीतों की प्रस्तुति भोजपुरी के मशहूर कवि मधुसूदन पांडे एवं मंटू पाठक के साथ पूजा लकी पांडे ने की। इस अवसर पर बलराम राय, रेणुका चौहान रुबी गुप्ता अशोक शर्मा, उगम चौधरी मगन, बेचू बीए, नूरुद्दीन नूर, डॉक्टर अक्स वारसी, शंभू सजल, कृष्णा श्रीवास्तव मोहन पांडेय भ्रमर, सार्जेंट अभिमन्यु पांडे, जितेंद्र पांडे जोहर, हरेंद्र पांडे, नंदलाल सिंह कांतिपति, सत्य प्रकाश शुक्ल “बाबा”, सुजीत कुमार पांडे जय कृष्ण शुक्ल, आर के भट्ट बावरा, गोमल यादव, अनुराग मिश्र, दीपक मिश्र, असलम निजामी, अरशद सफीर, आदि ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की। इस अवसर पर पत्रकार मोहम्मद नईम , संजय चाणक्य, राज सिंह,अब्दुल मजीद , पवन मिश्रा,आफताब आलम, आदित्य दीक्षित, मोहम्मद असलम, आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, खुर्शीद आलम, अनुराग श्रीवास्तव, मधु सिंह संजना, सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे। आगंतुक अतिथियों का डॉ अजय शुक्ला ने आभार व्यक्त किया।

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