नोएडा के अंधविश्वास पर अखिलेश ने तोड़ी चुप्पी, बोले- जो भी वहां जाता है दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनता
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘नोएडा वाले डर’ पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने अपने मुख्यमंत्री रहते कभी नोएडा नहीं जाने के पीछे का सच सोमवार को बयां किया है. अखिलेश यादव ने कहा कि ये माना जाता है कि जो भी वहां जाता है, दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनता है. हमारे बाबा मुख्यमंत्री भी नोएडा गए थे. वह भी इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनने वाले हैं. अंधविश्वास पर कहा कि धर्म भी अंधविश्वास होता है.
पंचायत आजतक के कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने कहा कि नोएडा जाने वाला मुख्यमंत्री चुनाव हार जाता है और सत्ता में वापसी नहीं कर पाता. बता दें, अपने शासन में अखिलेश ने नोएडा को मेट्रो ट्रेन समेत करोड़ों की सौगात दी, लेकिन कभी किसी योजना का शिलान्यास या लोकार्पण करने खुद नहीं गए.
यूपी में कानून व्यवस्था पर अखिलेश ने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट जनता के सामने रखना चाहिए. महिलाओं पर सबसे ज्यादा अपराध कहीं हो रहा तो वह यूपी है. क्या लोग हाथरस की घटना भूल जाएंगे? लखनऊ के निर्देश पर उस बेटी को परिवार वालों से नहीं मिलने दिया गया. यूपी में अपराध करके आईपीएस फरार है.
सीएम योगी बोले- मैं नोएडा भी आया कार्यकाल भी पूरा किया
वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अंधविश्वास को लेकर कहा कि मैंने नोएडा जाकर यह भ्रम तोड़ दिया है. मेरी कुर्सी नहीं गई और अपना कार्यकाल भी पूरा करने जा रहा हूं. मैं यूपी में सभी भ्रमों को तोड़ने के लिए आया हूं. बता दें कि 2017 में सीएम पद की शपथ लेने के बाद 6 महीने के भीतर ही योगी नोएडा गए थे.
10 फरवरी को यूपी में पहले चरण का मतदान
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों का ऐलान हो गया है. चुनाव आयोग ने 7 चरणों में यूपी का चुनाव कराने का फैसला किया है. बीती शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने चुनाव की तारीखों की घोषणा की. उत्तर प्रदेश के साथ ही मणिपुर, पंजाब, गोवा, और उत्तराखंड की तारीखों का ऐलान हुआ. दूसरे चरण में यानी 14 फरवरी को गोवा, उत्तराखंड और पंजाब में मतदान होगा. वहीं, मणिपुर में दो चरणों में मतदान होंगे.
अगर यूपी की बात करें तो 10 फरवरी को यूपी में पहले चरण का मतदान होगा और 10 मार्च को नतीजे आएंगे. चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि मतगणना के लिए पश्चिम से पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ा जाएगा.