गाजीपुर की मोहम्मदाबाद विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी ने किया नामांकन, कहा- लड़ाई गुंडे और माफियाओं से है
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की मुहम्मदाबाद सीट से भाजपा विधायक और प्रत्याशी अलका राय ने सोमवार को नामांकन किया. अल्का राय ने अपने विधानसभा क्षेत्र में दो ध्रुवीय राजीनीति लड़ाई होने की बात करते हुए कहा कि उनकी चुनाव में लड़ाई गुंडे और माफियाओं से है. मीडिया से बात करते हुए अलका राय ने कहा कि उनकी विधानसभा क्षेत्र में लड़ाई एसपी और बीजेपी के मध्य है. उन्होंने इस बात को साफ किया कि उनकी लड़ाई अपराधियों के खिलाफ है. बताते चलें कि अलका राय के पति कृष्णानंद राय 2002 में मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी को मुहम्दाबाद सीट पर हरा कर 7 वी बार विधायक बनने से रोक दिया था. इस सीट पर 1985 से अफजाल अंसारी निरंतर विधायक बनते आ रहे थे.
कृष्णानंद राय की 29 नवम्बर 2005 में हत्या कर दी गई थी. इस मर्डर के समय मुख्तार अंसारी किसी अन्य मामले में जेल में निरुद्ध थे, लेकिन इस मर्डर का मास्टरमाइंड मुख्तार को ही बताया गया. हालांकि, इस मामले में मुख्तार और उनके अन्य सहयोगियों को सीबीआई ने इस मर्डर केस में क्लीन चिट दे दी थी. वर्तमान में मुख्तार के सबसे बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी इस विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के साइकिल की सवारी कर रहे हैं.
योगी सरकार को ही मिलेगा जनादेश
अलका राय ने मीडिया से आगे बात करते हुए दावा किया कि उन्हें सभी जातियों और धर्मों का समर्थन हासिल है. अलका राय ने दावा किया कि वह 2017 के विधानसभा चुनाव में 1,30000 वोटों से विजय हुई थी. इस बार यह अंतर डेढ़ लाख तक बढ़ जाएगा. प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है. दोनों सरकारों ने भय और भूख मुक्त समाज और जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है. प्रदेश के लोग सरकार की उपलब्धियों से प्रसन्न है. आने वाले दिनों में प्रदेश में एक बार फिर सरकार योगी सरकार को जनादेश मिलेगा.
अलका राय ही जीतेंगी चुनाव
अलका राय के नामांकन में बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त भी शामिल रहे. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव मोदी जी के मार्गदर्शन और योगी जी के नेतृत्व में चल रहा है. मोहम्दाबाद गाजीपुर की विधानसभा एक अलग मुद्दे के लिए चुनाव लड़ता रहा है, और वह मुद्दा अभी भी जीवित है. यहां पर चुनाव पिस्तौल और पैसे के खिलाफ होता रहा है. जिस की प्रतिमूर्ति अलका राय हैं. पैसे और पिस्तौल के खिलाफ मोहम्दाबाद के गांव में रहने वाले किसान जवान मैं निवेदन करूंगा पैसे और पिस्तौल से लोकतंत्र को लूटने वाले के खिलाफ लड़ाई जारी रही है, और आगे भी जारी रहेगी.