गणतंत्र दिवस से पहले 384 लोगों को वीरता पुरस्कार का ऐलान, नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा मेडल
73वें गणतंत्र दिवस समारोह (73rd Republic Day celebrations) की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) ने सशस्त्र बलों के कर्मियों और अन्य के लिए 384 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी है. इन पुरस्कारों में 12 शौर्य चक्र, 3 सेना पदक (वीरता), 81 सेना पदक (वीरता) और 2 वायु सेना पदक (वीरता) शामिल हैं. वहीं, टोक्यो ओलिंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा को भी गणतंत्र दिवस के मौके पर बड़ा सम्मान मिलेगा. नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजा जाएगा. बता दें नीरज चोपड़ा आर्मी में सूबेदार हैं और टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड जीतने के बाद उन्हें ये सम्मान दिया जा रहा है.
इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 51 लोगों को जीवन रक्षा पदक पुरस्कार-2021 प्रदान करने को मंजूरी दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई लिस्ट के मुताबिक, 6 व्यक्ति को सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक (Sarvottam Jeevan Raksha Padak), 16 लोगों को उत्तम जीवन रक्षा पदक (Uttam Jeevan Raksha Padak) और 29 लोगों को जीवन रक्षा पदक (Jeevan Raksha Padak) से सम्मानित किया जाएगा.
छह जवानों को शौर्य चक्र
उधर, सेना के छह जवानों को शौर्य चक्र- तीसरा सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें पांच मरणोपरांत शामिल हैं. 17 मद्रास के नायब सूबेदार श्रीजीत एम को जुलाई 2021 में जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान के दौरान एक ऑपरेशन में एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा. राजपूत रेजिमेंट के हवलदार अनिल कुमार तोमर को दिसंबर 2020 में जम्मू-कश्मीर में एक कॉम्बैट एक्शन टीम का नेतृत्व करते हुए दो आतंकवादियों को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा. कोर ऑफ इंजीनियर्स के हवलदार काशीराय बम्मनल्ली को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक बाग के आसपास एक ऑपरेशन में एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा। हवलदार ने ऑपरेशन के दौरान अपनी टीम के सदस्यों की जान भी बचाई थी.
वहीं, जाट रेजिमेंट के हवलदार पिंकू कुमार को एक ऑपरेशन के दौरान उनके भागने के मार्ग को अवरुद्ध करते हुए एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने अपनी जान देने से पहले एक और आतंकवादी को गंभीर रूप से घायल कर दिया था. सिपाही मारुप्रोलू जसवंत कुमार रेड्डी को जम्मू-कश्मीर में आमने-सामने की मुठभेड़ में एक आतंकवादी को मारने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने ऑपरेशन के दौरान अपने टीम कमांडर की जान भी बचाई थी. 5 असम राइफल्स के राइफलमैन राकेश शर्मा को जुलाई 2021 में असम में एक ऑपरेशन में दो विद्रोहियों को मारने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा. वहीं, इस गणतंत्र दिवस पर सेना के उप-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे, लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों, लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर को परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा.
अजय राठी को वायु सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा
ऑपरेशन स्नो लेपर्ड, ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन सद्भावना में योगदान के लिए लेह एयर बेस के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर ग्रुप कैप्टन अजय राठी को वायु सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा. वहीं, लद्दाख और जम्मू और कश्मीर में परिचालन क्षेत्रों में उनकी भूमिका के लिए 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन और 15 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र प्रताप पांडे को गणतंत्र दिवस पर उत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा.
गणतंत्र दिवस पर इस बार 939 वीरों को मिलेगा गैलेंट्री अवॉर्ड
गणतंत्र दिवस पर वीरता पुरस्कार पाने वाले वीरों के नामों की घोषणा हो गई है. इस बार 939 पुलिस कर्मियों को उनके शौर्य के लिए गैलेंट्री अवॉर्ड्स से सम्मानित किया जाएगा. इसमें 189 वीरों को पुलिस मेडल से सम्मानित किया जाएगा. वहीं, विशिष्ट सेवा के लिए 88 वीरों को राष्ट्रपति का पुलिस मेडल (पीपीएम) और 662 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस मेडल (पीएम) दिया जाएगा. पुलिस मेडल पाने वाले 189 वीरों में से 134 कर्मियों को जम्मू और कश्मीर क्षेत्र में उनकी वीरता के लिए सम्मानित किया जाएगा. बता दें कि देश की सुरक्षा में अदम्य साहस का प्रदर्शन करने वाले वीर जवानों को हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर वीरता पुरस्कार (Gallantry Award) से सम्मानित किया जाता है.
इंडियन कोस्ट गार्ड के कई जवान सम्मानित
गणतंत्र दिवस के अवसर पर सम्मानित होने वाले इंडियन कोस्ट गार्ड (Indian Coast Guard) के जवानों की भी लिस्ट आ गई है. भारत सरकार की तरफ से इसमें कई कमांडर और अधिकारियों को उनकी वीरता के लिए ‘तटरक्षक मेडल’ दिया गया है. जिनको यह सम्मान मिला है, उसमें भारतीय तटरक्षक के कमांडेंट सुमित धीमान, डिप्टी कमांडेंट कमांडेंट विकास नारंग, अर्धी प्रगति कुमार सहित कई अधिकारियों का नाम शामिल हैं.
चप्पे-चप्पे पर पहरा
राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस के मौके पर सुरक्षा के लिए 27 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है तथा आतंक रोधी व्यवस्था को और मजबूत किया गया है. पुलिस उपायुक्त (डीसीपी), सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) और निरीक्षक, उप निरीक्षक रैंक के अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सशस्त्र पुलिस बल और कमांडो, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के अधिकारियों तथा जवानों को भी तैनात किया गया है.
26 जनवरी के दिन भारत का संविधान लागू हुआ था
इतिहास की बात करें तो 26 जनवरी के दिन भारत का संविधान लागू हुआ. भारत को 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से आजादी तो मिल गई थी, लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ. इस दिन राजधानी में राजपथ पर होने वाले मुख्य आयोजन में भारत की सांस्कृतिक झलक के साथ ही सैन्य शक्ति और परंपरागत विरासत की झांकी पेश की जाती है.