अदालत से भागा गैंगरेप आरोपी पुलिस मुठभेड़ में ढेर, देवरिया पुलिस की सटीक कार्रवाई से 25 हज़ार का इनामी गिरफ़्तार

गौरव कुशवाहा
देवरिया। पिछले सप्ताह अदालत परिसर से पुलिस अभिरक्षा तोड़ कर भागा पॉक्सो व बीएनएस का भगोड़ा शिवा बांसफोड़ अंततः पुलिस की गोली से घायल होकर क़ानून के शिकंजे में आ गया। शुक्रवार तड़के पुरवा तिराहा महुआडीह रोड पर ग्राम परसिया मल्ल के पास कोतवाली प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह के नेतृत्व में हुई मुठभेड़ में पैर में गोली लगते ही 20 वर्षीय शिवा धराशायी हो गया। उसके पास से एक तमंचा 315 बोर, दो जि़ंदा व दो खोखा कारतूस बरामद हुए।
शिवा निवासी वार्ड 21, गांधी नगर, थाना हाटा (कुशीनगर) पर थाना महुआडीह में दर्ज बलात्कार और पॉक्सो केस (मुअसं 78/2025, धारा 64/84/137(2) बीएनएस व 3/4 पॉक्सो) के चलते अदालत में पेशी हुई थी। 5 जून को सैंपलिंग के बाद लॉक-अप लौटाते समय वह पुलिस से हाथ छुड़ाकर भाग निकला। इसी पर कोतवाली में फरारी का मुक़दमा (मुअसं 602/2025 धारा 262 बीएनएस) कायम हुआ और पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर ने 25 हज़ार का इनाम घोषित कर दिया था।
बृहस्पतिवार-शुक्रवार की रात मुखबिर ने शिवा की मौजूदगी की सूचना दी। प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह, उपनिरीक्षक रिज़वान अली, अजय कुमार तिवारी, सौरभ सिंह, इन्तख़ाब आलम तथा आरक्षी पवन यादव, राहुल प्रजापति, विक्रान्त सिंह, आनन्द यादव, सुनील यादव, आदित्य पटेल, सुशील यादव और प्रविन्द यादव की संयुक्त टीम ने घेराबंदी की। पुलिस को देख शिवा खेत की ओर भागा और पीछा करने पर फायर झोंक दिया। आत्म-रक्षा में पुलिस ने कमर के नीचे निशाना लगाया, गोली उसके बाएँ घुटने के ऊपर लगी।
घायल अभियुक्त को तुरंत मेडिकल कॉलेज देवरिया पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज जारी है।एसपी विक्रांत वीर समेत अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) अरविन्द कुमार वर्मा और क्षेत्राधिकारी नगर ने अस्पताल पहुंचकर सीसीटीवी तथा मेडिकल कागज़ात की जांच की। पुलिस का कहना है कि गिरफ़्तारी के बाद दोनों मुक़दमों में अदालत में पेशी कराई जाएगी। एसपी विक्रान्त वीर ने कहा कि कानून से भागने वालों को कोई पनाह नहीं मिलेगी। जिले में फरार वांछितों पर अभियान तेज़ रहेगा।