खून की नदियां बहाने वाले तालिबान ने पुतिन से की ‘शांति’ की अपील, दी ये खास ‘नसीहत’, कहा- यूक्रेन पर है नजर
रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज दूसरा दिन है. लड़ाई के पहले दिन यूक्रेन में 137 लोगों की मौत हुई है, जिसमें आम नागरिकों के अलावा 10 सैन्य अधिकारी शामिल हैं. यूक्रेन ने भी अपनी तरफ से रूस के सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है. रिपोर्ट्स से पता चला है कि रूस के सैनिक अब यूक्रेन की राजधानी कीव तक पहुंच गए हैं. इस संकट को लेकर दुनियाभर के देशों ने प्रतिक्रिया दी है. अफगानिस्तान की सत्ता पर बीते साल काबिज होने वाले तालिबान की तरफ से भी बयान जारी किया गया है.
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहार बल्खी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार यूक्रेन में स्थिति पर करीबी से नजर रखे हुए है और नागरिकों के हताहत होने की संभावना को लेकर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने बयान की एक तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की है. जिसमें लिखा है, ‘अफगानिस्तान इस्लामी अमीरात यूक्रेन की स्थिति पर करीबी से नजर बनाए हुए है और आम नागरिकों के हताहत होने से चिंतित है. इस्लामिक अमीरात दोनों पक्षों से संयम बरतने का आह्वान करता है.’ बता दें ये वही तालिबान ने जो लाखों लोगों का खून बहाने के बाद अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज हुआ है.
तालिबान ने जारी किया बयान
Statement concerning crisis in #Ukraine pic.twitter.com/Ck17sMrAWy
— Abdul Qahar Balkhi (@QaharBalkhi) February 25, 2022
तालिबान ने विदेश नीति का जिक्र किया
तालिबान ने अपने बयान में आगे कहा है, ‘सभी पक्षों को ऐसी स्थिति लाने से बचना चाहिए, जिससे हिंसा तेज हो सकती है. अफगानिस्तान इस्लामी अमीरात तटस्थता की अपनी विदेश नीति के अनुरूप, संघर्ष कर रहे दोनों पक्षों से बातचीत और शांतिपूर्ण तरीकों से संकट को हल करने का आह्वान करता है. अफगानिस्तान इस्लामी अमीरात दोनों पक्षों से यूक्रेन में रह रहे अफगान छात्रों और प्रवासियों के जीवन की सुरक्षा पर ध्यान देने का आह्वान भी करता है.’
एक बार फिर दो खेमों में बंटी दुनिया
कई महीनों से लाखों सैनिकों को सीमा पर तैनात कर यूक्रेन को धमकाने के बाद रूस ने गुरुवार को उसपर अचानक हमला कर दया. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की की बातचीत की पेशकश को दरकिनार करते हुए पहले पूर्वी यूक्रेन के दो इलाकों दोनेत्सक और लुहांस्क को स्वतंत्र क्षेत्र घोषित किया और अगले दिन पुतिन ने पूर्वी हिस्से के डोनबास में शांति बनाए रखने का हवाला देते हुए यूक्रेन पर ‘मिलिट्री ऑपरेशन’ का ऐलान कर दिया.