लखनऊ: संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटका मिला किशोर का शव, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
लखनऊ/ काकोरी। पारा कोतवाली क्षेत्र के खुशहालगंज में रविवार दोपहर आम के बाग में 13 वर्षीय किशोर का संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से शव लटकता हुआ बरामद हुआ है। घटना को लेकर क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पेड़ से उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
मृतक किशोर की पहचान गांव के ही रहने वाले मजदूर इंदर यादव के बेटे इंद्रजीत यादव उर्फ बाबू (13) के रूप में हुई है। वहीं परिजनों की ओर से गांव के ही तीन लोगों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
जिनकी पहचान उन्नाव के अजर्गन के इसनापुर गांव निवासी रोमियो व सरईया राजाबाग निवासी राजेंद्र रावत और लखनऊ के माल थानांतर्गत बंसीगढ़ी गांव निवासी राजू यादव के रूप में हुई है। तीनों से पुलिस पूछताछ कर रही है। मृतक किशोर इंद्रजीत सातवीं कक्षा का छात्र था।
महज 10 हजार रुपये के लिए की थी बुरी तरह पिटाई, जब्त कर ली थी साइकिल
डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाल ही में तीन मजदूर कामकाज के सिलसिले में गांव में आकर रहने लगे थे। तीनों मजदूरों का गत शनिवार को एक हजार रुपये गिर गया था। शक के बिना पर वे रविवार सुबह इंदर के घर पहुंच गये और पैसों के बारे में पूछताछ करते हुए किशोर इंद्रजीत को बुरी तरह पीटा। इंद्रजीत लगातार कहता रहा कि उसे कोई पैसे नहीं मिले हैं। पर तीनों आरोपी चोरी का आरोप लगाकर उसे पीटते रहे।
बाग में खेलने गया था, हत्या कर साइकिल उठा ले गये आरोपी
बकौल डीसीपी, परिजनों का आरोप है कि रविवार दोपहर में किशोर इंद्रजीत अपनी साइकिल लेकर खेलने के लिए रोशन लाल के आग के बाग में गया हुआ था। इसी दौरान रोमिया, राजेंद्र और राजू बाग में पहुंचे और पैसे वापस करने की बात पर दोबारा मारापीटा। इसके बाद जबरन इंद्रजीत की साइकिल लेकर जाने लगे। उसने विरोध किया तो मारते-पीटते हुए हत्या कर दी और पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को पेड़ से लटका दिया।
पोस्टमार्टम से पता चलेगा मौत का कारण
डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि किशोर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अबतक पूछताछ में आरोपियों ने हत्या करने की बात नहीं बताई है। पूछताछ जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।