अतीक-अशरफ का महगांव व सैय्यद सरावा कनेक्शन खंगालने में जुटी पुलिस
- सैय्यद सरावा के पूर्व प्रधान आजम के घर छानबीन
- महगांव में पूर्व बसपा विधायक का घर खंगाला
कौशांबी। प्रयागराज की धूमनगंज पुलिस माफिया अतीक अहमद एवं उसके भाई अशरफ की रिमांड हासिल कर उमेश पाल हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश में लगी है। शुक्रवार की शाम अचानक धूमनगंज पुलिस, एसटीएफ व आयकर विभाग (ईडी) के अधिकारी अतीक-अशरफ को लेकर कौशांबी जिले के संदीपन घाट थाना क्षेत्र के सैय्यद सरावा व महगांव पहुंचे।
सैय्यद सरावा गांव में पुलिस ने सबसे पहले अशरफ के रिश्तेदार पूर्व प्रधान आजम के घर व फार्म हाउस में छापेमारी की। अंधेरे के चलते पुलिस की कई टीम व गड़ियां देख गांव में सन्नाटा पसर गया। स्थानीय लोगों ंके मुताबिक पुलिस ने यहां करीब डेढ़ घंटे से अधिक समय तक छानबीन की और वापस लौट गई। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने अतीक-अशरफ की निशानदेही पर कई वैध-अवैध असलहे बरामद किए हैं।
पूर्व प्रधान आजम पिछले आठ महीने से कौशांबी की जेल में बंद है। उसे चरवा पुलिस ने बैंक मैनेजर पर एसिड अटैक के मामले में जेल भेजा है। बताया जा रहा है कि पूर्व प्रधान आजम, अशरफ के ससुराल हटवा के रिश्ते से माफिया अतीक का करीबी और गैंग का हिस्सा है। पुलिस अतीक अहमद को सैय्यद सरावा उस बयान के आधार पर लेकर पहुंची थी जिसमें उसने अपना संबंध आतंकी संगठन लस्कर-ए-तैयबा व पाकिस्तान से होना कबूल किया था। पुलिस को शक है कि अतीक गैंग के गुर्गों में शामिल आजम अपने फार्म हाउस में वैध-अवैध असलहे छिपा कर रखता था। जरूरत पड़ने पर वह गैंग के लोगों को असलहे मुहैया करा दिया करता था।
पुलिस के छापे में बाद शनिवार को आजम के साले गुलाम ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि फार्म हाउस में पुलिस किसी को लेकर नहीं आई थी, लेकिन यहां पर जांच करके गई है। उन्हें बाहर कर दिया गया था। क्या मिला क्या देखने आए थे वह नहीं बता सकता। उसका अतीक, अशरफ व उसके लोगों से कोई मतलब नहीं।
इसी तरह गुलाम कि पत्नी फहीमा ने बताया कि पुलिस आई थी और शाइस्ता के बारे में पूछताछ कर रही थी। पुलिस अतीक व अशरफ के साथ पुलिस सैयद सरावां के मदरसा पहुंची। पुलिस ने यहां भी कई लोगों से पूछताछ कर चली गई।
दरअसल में यह मदरसा विदेशी फंडिंग के लिए हमेशा से चर्चा में रहता है। जिसकी जांच समय-समय पर खुफिया इकाइयां करती रहती हैं। अतीक का पाकिस्तान व आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन सामने आने के बाद इसकी जांच पुलिस ने अतीक-अशरफ की मौजूदगी में की है। हालांकि इस बारे में मदरसा के जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है।
पुलिस अतीक-अशरफ को लेकर चायल के पूर्व विधायक आसिफ जाफरी के पैतृक घर महगांव पहुंची। जहां पूर्व विधायक के करीबियों के घर में छानबीन व पूछताछ कर पुलिस व ईडी के अधिकारी वापस लौट कर पुरामुफ्ती थाने पहुंचे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस के अधिकारी अतीक के उस बेनामी संपत्ति व फर्जी कंपनियों के रहनुमाओं के नाम जानना चाहती हैं जिसके जरिए माफिया ने अरबों रुपये का धन अपने मददगारों के जरिए हासिल कर उसे छुपा कर रखा हुआ है।
पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े साक्ष्य संकलन का कार्य प्रयागराज पुलिस द्वारा किया जा रहा है। छापेमारी के संबंध में लोकल पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई। यदि स्थानीय पुलिस की मदद मांगी गई तो वह सुरक्षा मुहैया कराएंगे।