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दिग्गज एक्ट्रेस वहीदा रहमान को मिलेगा दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, अनुराग ठाकुर ने किया ऐलान

नई दिल्ली। फिल्म प्यासा, कागज के फूल, चौदहवीं का चांद, गाइड जैसी फिल्मों में अभिनय करने वाली पॉपुलर अभिनेत्री वहीदा रहमान को सिनेमा जगत के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा जाएगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक्ट्रेस को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड दिए जाने का ऐलान किया है। 54 साल के इतिहास में अब तक यह अवॉर्ड सिर्फ सात ही महिलाओं को दिया गया है। सबसे पहला दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड 1969 में एक्ट्रेस देविका रानी को दिया गया था। इसके बाद सुलोचना, कानन देवी, दुर्गा खोटे, लता मंगेशकर और आशा भोंसले को इस अवॉर्ड से नवाजा गया। 2020 में यह अवॉर्ड वेटरन एक्ट्रेस आशा परेख को दिया गया था।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने वहीदा रहमान को अवॉर्ड दिए जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा- इस साल का दादा साहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवेमेंट अवॉर्ड वहीदा रहमान जी को सिनेमा जगत में उनके शानदार योगदान के लिए दिया जाएगा। उन्हें ये अवॉर्ड देने का ऐलान करते हुए मुझे बहुत खुशी और सम्मान का एहसास हो रहा है।

‘वहीदा जी ने हिंदी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय की छाप छोड़ी’
अनुराग ठाकुर ने अपने पोस्ट में वहीदा जी की तारीफ के पुल बाधंते हुए लिखा है- ‘वहीदा जी ने हिंदी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय की छाप छोड़ी। इनमें प्यासा, कागज के फूल, चौदहवीं का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, खामोशी जैसी फिल्में शामिल हैं।  ”5 दशक के करियर में उन्होंने अपने किरदारों को परफेक्शन के साथ निभाया, जिसकी वजह से उन्हें फिल्म रेश्मा और शेरा के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला। पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित वहीदा जी ने भारतीय नारी के समर्पण, कमिटमेंट और ताकत का ऐसा उदाहरण पेश किया है जो कड़ी मेहनत की बदौलत अपने प्रोफेशन में एक्सीलेंस को अचीव कर सकती हैं।

6 दशक तक चला पर्दे पर जादू
वहीदा रहमान ने 1995 में ‘रोजुलु मारायी’ और ‘जयसिम्हा’ के जरिए तेलुगु इंडस्ट्री में कदम रखा था। उन्होंने 1956 में ‘सीआईडी’ फिल्म के जरिए हिंदी सिनेमा में कदम रखा. इस फिल्म में देवानंद ने भी लीड रोल निभाया था। वहीदा रहमान ने का फिल्मी करियर 6 दशक का रहा है। उन्होंने बेहद खूबसूरती से अपने हर किरदार को पर्दे पर उतारा है।

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