हरियाणा: 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में एक अक्टूबर को चुनाव होंगे और नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित होने की उम्मीद है। इससे पहले प्रदेश में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जेजेपी प्रमुख दुष्यन्त चौटाला पर उनके ‘फिर से बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे’ वाले बयान पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आखिर उन्हें किसने बुलाया है?’
मनोहर खट्टर ने कसा तंज-आपको बुलाया किसने है
मनोहर लाल खट्टर ने आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि पार्टी तीसरी बार जीत दर्ज करेगी और राज्य में सरकार बनाएगी। खट्टर ने कहा, “दुष्यंत चौटाला को किसने आमंत्रित किया?…भाजपा एक नया रिकॉर्ड स्थापित करते हुए तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाएगी। हम हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में जीत हासिल करेंगे।”
चौटाला ने कहा था-भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा
बता दें कि एएनआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि, “मैं आपको रिकॉर्ड पर आश्वासन दे सकता हूं कि मैं फिर से भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा।” रविवार को, हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि जननायक जनता पार्टी आगामी हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी और साथ ही उन्होंने दावा किया था कि पार्टी आने वाले दिनों में “सबसे महत्वपूर्ण” पार्टी साबित होगी।”
इसके साथ ही 2024 के लोकसभा चुनावों में उनकी हार के बारे में पूछे जाने पर, चौटाला ने कहा, “मैं इसे अब संकट के रूप में नहीं लेता। जो हुआ, वह हो गया। मैं इसे अब एक अवसर के रूप में देखता हूं…पिछली बार भी, हमारी पार्टी एक किंगमेकर थी… आप देख सकते हैं कि आने वाले दिनों में जेजेपी राज्य (हरियाणा) की सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक पार्टी होगी।”
हरियाणा के सीएम ने कांग्रेस पर किया कटाक्ष
सोमवार को दुष्यंत चौटाला की बीजेपी के खिलाफ की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि”कांग्रेस जेजेपी को खत्म करना चाहती है, इसलिए मैं कांग्रेस का नाम ले रहा हूं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मजबूत रहें। पिछली बार उनकी पार्टी ने 10 सीटें जीती थीं। इस बार भी उन्हें कई सीटें जीतनी चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि चौटाला को दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस पार्टी की ओर झुकाव नहीं रखना चाहिए।