चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म हो गई है। निर्वाचन आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव 2024 के तारीखों की घोषणा कर दी। इस बार चुनाव 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरणों में होंगे और मतगणना चार जून को होगी। उत्तर प्रदेश की 80 सीटों के लिए सभी सातों चरणों में मतदान कराया जाएगा। इसके साथ ही पूरे देश में आचार संहिता लागू हो गई है। गौरतलब है कि मौजूदा सरकार का कार्यकाल 16 जून को खत्म होने वाला है।
वहीं, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में विधानसभा चुनाव 13 मई को होगा। 19 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।
सात चरणों में होगी वोटिंग
19 अप्रैल को यूपी की 8 सीटों पर चुनाव
सहारनपुर
कैराना
पीलीभीत
रामपुर
मुजफ्फरनगर
नगीना
बिजनौर
मुरादाबाद
यूपी में दूसरा चरण: 26 अप्रैल को 8 सीट पर चुनाव
अमरोहा
मेरठ
बागपत
गाजियाबाद
गौतमबुद्ध नगर
बुलंदशहर
अलीगढ़
मथुरा
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 18वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। इसके साथ ही सरकार ऐसा कोई नीतिगत फैसला नहीं कर सकेगी, जो मतदाताओं के फैसले को प्रभावित कर सके।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम देश को वास्तव में उत्सवपूर्ण, लोकतांत्रिक माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं का कार्यकाल भी जून 2024 में समाप्त होने वाला है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने वाले हैं।
Watch LIVE : Press Conference by Election Commission to announce schedule for General Elections 2024 to Lok Sabha & State Assemblies https://t.co/M8MRkdUdod
— Election Commission of India (@ECISVEEP) March 16, 2024
सोशल मीडिया पर कड़ी नजर
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रहेगी। किसी भी हाल में फेक न्यूज नहीं फैलाने की हिदायत। आगे कहा कि धन-बल का दुरुपयोग किसी भी हाल में नहीं करने दिया जाएगा। सुरक्षाकर्मियों को इस बात की सख्त हिदायत दी गई है। उन्होंने कहा कि12 राज्यों में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुष मतदाताओं से अधिक है।
97 करोड़ वोटर्स करेंगे मतदान
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव के लिए हमारी टीम तैयार है। उन्होंने कहा कि चुनाव में 97 करोड़ वोटर्स मतदान करेंगे। 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जबकि 55 लाख EVM का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए 1.5 करोड़ पोलिंग अधिकारी और सुरक्षा अधिकारी तैनात किए जाएंगे।
राजीव कुमार ने कहा कि इस देश में कुल मतदाता 96.8 करोड़ हैं। जिनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ महिलाएं हैं। 1.82 करोड़ पहली बार मतदाता इन चुनावों में हैं। उन्होंने कहा, “हमारे पास 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता, 10.5 लाख मतदान केंद्र, 1.5 करोड़ मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी, 55 लाख ईवीएम, 4 लाख वाहन हैं। हमारे पास कुल 96.8 करोड़ मतदाता हैं।
85 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वोटर और दिव्यांग घर से डाल सकेंगे वोट
राजीव कुमार ने कहा कि 85 वर्ष से अधिक उम्र के जितने भी मतदाता हैं उनके घर जाकर मतदान करवाया जाएगा। इस बार देश में पहली बार ये व्यवस्था एक साथ लागू होगी कि जो 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता हैं और जिन्हें 40% से अधिक की विकलांगता है, उनके पास हम फॉर्म पहुंचाएंगे अगर वो मतदान का ये विकल्प चुनते हैं।
उन्होंने कहा कि 85 वर्ष से अधिक उम्र के जितने भी मतदाता हैं उनके घर जाकर मतदान करवाया जाएगा। इस बार देश में पहली बार ये व्यवस्था एक साथ लागू होगी कि जो 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता हैं और जिन्हें 40% से अधिक की विकलांगता है, उनके पास हम फॉर्म पहुंचाएंगे अगर वो मतदान का ये विकल्प चुनते हैं।
‘चुनावों में हिंसा बर्दाश्त नहीं’
सीईसी ने कहा कि चुनाव कराने को लेकर ECI के सामने 4 चुनौतियां हैं। बाहुबल का इस्तेमाल, धनबल, झूठी खबर और एमसीसी का उल्लंघन। उन्होंने कहा कि हम हिंसा मुक्त चुनाव करवाना चाहते हैं, लिहाजा इलेक्शन के दौरान कोई भी खून-खराबा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को समाचार पत्रों और अन्य मीडिया आउटलेट्स में तीन बार जानकारी प्रकाशित करनी होगी। राजनीतिक दल को यह बताना होगा कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को टिकट क्यों दिया।
उन्होंने कहा कि हमारा वादा है कि हम राष्ट्रीय चुनाव इस तरह से कराएंगे, जिससे विश्व मंच पर भारत की चमक बढ़ सके। उन्होंने कहा कि हर चुनाव को संविधान की ओर से सौंपी गई एक पवित्र जिम्मेदारी है। चुनाव आयोग निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव के लिए प्रतिबद्धता पर अटल है।
राजीव कुमार ने कहा कि हमारे पास 1.8 करोड़ पहली बार मतदाता हैं और 20-29 वर्ष की आयु के बीच 19.47 करोड़ मतदाता हैं।
‘हिस्ट्रीशीटर पर निगरानी रखी जाएगी, ड्रोन से चेकपोस्ट की निगरानी होगी’
सीईसी ने कहा कि बाहुबल की तरह, चुनावों में अवैध धन भी चुनावी प्रक्रिया के लिए गंभीर विषय है। जो आया, उसको आगे नहीं कर दें। पहले फैक्ट को क्रॉस चेक करें, तभी शेयर करें। फेक न्यूज बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हिस्ट्रीशीटर पर निगरानी रखी जाएगी। ड्रोन से चेकपोस्ट की निगरानी होगी। उम्मीदवारों को आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी देनी होगी। किसी व्यक्ति पर पर्सनल अटैक नहीं करना होगा। भड़काऊ भाषणों को रोका जाएगा।
‘जाति और धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगे’
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि जाति और धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगे जाएंगे। हेट स्पीच से बचना होगा। स्टार प्रचारकों को संभलकर बोलना होगा। आगे कहा कि बच्चों से किसी भी हाल में कैंपेनिंग नहीं कराई जाएगी। बच्चे इस काम के लिए नहीं होते।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी सात चरणों में मतदान हुआ था। उस चुनाव में कुल 91.2 करोड़ योग्य मतदाता थे, जिनमें लगभग 43.8 करोड़ महिला मतदाता और लगभग 47.3 करोड़ पुरुष मतदाता थे। कुल लगभग 61.5 करोड़ वोट डाले गए थे और 67.4 प्रतिशत मतदान हुआ था। साल 2019 के चुनाव नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 303, कांग्रेस ने 52, तृणमूल कांग्रेस ने 22, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 10, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने पांच, माकपा ने तीन और भाकपा ने दो सीटें जीती थीं।
बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच 7 चरणों में हुए थे, जबकि 23 मई को रिजल्ट आया था। साल 2014 में लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा 5 मार्च को हुई थी। चुनाव 7 अप्रैल से 12 मई तक 9 चरणों में हुए थे।