रांची: हाल ही में पीएम मोदी ने झारखंड के जमशेदपुर में एक जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान पीएम मोदी ने झारखंड में घुसपैठ से बदल रही जनसांख्यिकी, सरकार के भ्रष्टाचार और चंपई सोरेन के जेएमएम छोड़ने का मुद्दा उठाया। हालांकि राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में पीएम मोदी के द्वारा उठाए गए इन मुद्दों को राज्य विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि ये तीनों मुद्दे अगले विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ का उठाया मुद्दा
जमशेदपुर में पीएम मोदी ने कहा, ‘पड़ोसी देश से आने वाले घुसपैठिए झारखंड के लिए बड़ा खतरा हैं, क्योंकि उनकी वजह से राज्य के संथाल परगना और कोल्हान क्षेत्रों की जनसांख्यिकी बदल रही है।’ उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठिये संथाल परगना और कोल्हान क्षेत्रों के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं। इन क्षेत्रों की जनसांख्यिकी तेजी से बदल रही है। आदिवासी आबादी घट रही है। घुसपैठिये पंचायत प्रणाली पर नियंत्रण स्थापित कर रहे हैं, जमीन हड़प रहे हैं, राज्य की बेटियों पर अत्याचार कर रहे हैं। हर झारखंडवासी असुरक्षित महसूस कर रहा है।’ इस मुद्दे को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के अभियान एजेंडे में से एक के रूप में देखा जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष ने जनसांख्यिकीय परिवर्तन का बताया कारण
इसी क्रम में झारखंड के बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि, “झारखंड का हर व्यक्ति इस बात से सहमत होगा कि घुसपैठ और आदिवासी समुदायों की घटती आबादी के कारण जनसांख्यिकीय परिवर्तन एक वास्तविकता है, जिसे वर्तमान सरकार स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और हम इसे अपने अभियान के दौरान उठाने जा रहे हैं। हम आदिवासियों की उन जमीनों के लिए लड़ेंगे जो घुसपैठियों को बेची जा रही हैं।” बता दें कि राज्य की आबादी में अल्पसंख्यकों की हिस्सेदारी लगभग 19% है, जिसमें मुस्लिम 14.53% और ईसाई 4.3% हैं।
चंपई और सीता सोरेन के JMM छोड़ने का मुद्दा
इसके अलावा पीएम मोदी ने जमशेदपुर में चंपई सोरेन और सीता सोरेन जैसे सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं का मुद्दा भी उठाया। अब दोनों नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने झामुमो पर इन नेताओं को अपमानित करने का आरोप लगाया है। जाहिर है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भी भाजपा इस मुद्दे को उठाएगी, क्योंकि इसका उन क्षेत्रों के वोटरों पर ज्यादा असर देखने को मिलेगा जहां चंपई और सीता सोरेन का प्रभाव है।
कांग्रेस-JMM पर भ्रष्टाचार का आरोप
भाजपा नेता पिछले पांच वर्षों में भ्रष्टाचार के मामले में झामुमो और कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों की गिरफ्तारी को राज्य के लोगों की जेब से एक बड़ी लूट करार देते हुए इसे उजागर करने की भी योजना बना रहे हैं। पीएम मोदी ने जमशेदपुर में कहा, ‘झामुमो के नेतृत्व वाला गठबंधन धर्म के नाम पर अपना वोट बैंक बढ़ाने पर केंद्रित है। राज्य में भाजपा को मजबूत करके इस खतरे को रोकने का यही समय है। राज्य सरकार को कांग्रेस के ‘भ्रष्टाचार के स्कूल’ द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है। कांग्रेस परिवार देश में सबसे भ्रष्ट है और यहीं से सभी तरह के भ्रष्टाचार की शुरुआत होती है। झामुमो के नेतृत्व वाला गठबंधन भ्रष्टाचार में इतना डूबा हुआ है कि न केवल उनके नेताओं, बल्कि उनके सहयोगियों के पास से भी भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई है।’