लखनऊ का पहला मुख्यमंत्री अभ्युदय स्कूल तैयार, गरीब बच्चों के लिए जानिए क्या मिलेंगी यहां मुफ्त में सुवियायें

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के कंपोजिट विद्यालय भरोसा में मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट स्कूल बनकर तैयार हो गया है। अब इसका उद्दघाटन होने के बाद इस विद्यालय में गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा मिलना शुरू हो जायेगी। योगी सरकार की ओर से इस विद्यालय को खोले जाने का मुख्य उद्देश्य है कि गरीब बच्चों को भी प्रावइेट स्कूलों की तर्ज पर निशुल्क शिक्षा प्राप्त हो सके। सरकार का लक्ष्य है कि हाई-क्वालिटी एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट पर ध्यान देते हुए प्रत्येक जनपद में एक विद्यालय बनाया जाये। जिसमें लखनऊ का ये स्कूल बनकर तैयार हो गया है। इसका उद्घाटन शासन के निर्देश पर किया जाना है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री के हाथों इस विद्यालय का उद्घाटन जल्द हो सकता है।
बच्चों की पढ़ाई के लिए ये हैं सुविधायें
स्कूल के सभी कमरों में बिजली पंखा और स्मार्ट क्लास की स्थापना है। एक हाईटेक लाइब्रेरी बनाई गई है। इस लाइब्रेरी में बच्चें बैठकर पढ़ सकते हैं।किताबों की सख्या भी पर्याप्त होगी। कंप्यूटर लैब और साइंस लैब की भी स्थापना है। वाईफाई की सुविधा दी गई है। सीसी टीवी कैमरे से निगरानी की भी सुविधा है।
विद्यालय में बच्चों के लिए जिम
पहली बार बच्चों के लिए जिम की सुविधा भी दी गई है। जिसमें बच्चों की सुविधा के अनुसार योग और अभ्यास कराया जा सकेगा। इसके लिए एक मल्टीपर्पज रूम बनाया गया है।
स्मार्ट फर्नीचर की सुविधा
स्कूल में मॉड्यूलर डेस्क की सुविधा दी गई है। इसमें बच्चों को ध्यान में रखकर फर्नीचर दिया गया है, ताकि लंबे समय तक बैठकर बच्चो को पढ़ाई में परेशानी न होने पाये। बच्चों को मिड डे मिल की सुविधा मिलेगी साथ ही भोजन करने के लिए अलग से डायनिंग टेबल की भी व्यवस्था की गई है।
ये भी हैं सुविधायें
- – साफ-सफाई के लिए कर्मचारी
- – सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड
- – प्लेग्राउंड है, रेनवाटर कलेक्शन सिस्टम
- – सोलर पैनल की व्यवस्था
- – आरओ वाटर प्लांट का पेयजल
- – हाथ धोने की उचित जगह
- – आग से सुरक्षा के लिए मॉडर्न उपकरम की व्यवस्था
राजधानी में मुख्यमंत्री अभ्युदय स्कूल बनकर तैयार हो गया है। प्रत्येक जनपद एक ‘सीएम अभ्युदय विद्यालय’तैयार किया जा रहा है। प्रत्येक स्कूल में 450 बच्चों की संख्या होगी। यहां सुरक्षा कर्मचारी और सफाई कर्मचारी तैनात होंगे। ये स्कूल मॉडल स्कूल के रूप में काम करेंगे। इससे पिछले कुछ वर्षों में छात्र नामांकन कई गुना बढ़ने की उम्मीद है।
डॉ. एम.के. शनमुगा सुंदरम प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा