तबला में लखनऊ के आध्यात्म पाण्डेय, पखावज में बांदा के रवि प्रकाश रहे अव्वल
- उप्र संगीत नाटक अकादमी में चल रही प्रदेश स्तरीय शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिताएं, कल अंतिम दिन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की ओर से प्रदेश स्तरीय शास्त्रीय संगीत की प्रतियोगिता में चौथे दिन गुरुवार को बाल वर्ग में तबला व पखावज वादन की प्रतियोगिताएं हुईं। प्रतियोगिता में लखनऊ के आध्यात्म पाण्डेय प्रथम व विन्ध्याचल के कन्हैया पाण्डेय दूसरे स्थान पर रहे, जबकि तीसरा पुरस्कार संयुक्त रूप से कानपुर के अनिरुद्ध कुमार और गाजियाबाद के ईशान मिश्रा को दिया गया। इसी वर्ग के पखावज वादन की प्रतियोगिता में बांदा के रवि प्रकाश पहले और अयोध्या के अनुभव रामदास दूसरे स्थान पर रहे। इससे पहले अकादमी के निदेशक तरुण राज ने प्रतियोगिता का उद्घाटन किया।
बाल वर्ग में अव्वल रहे आध्यात्म पाण्डेय ने तीन ताल में पेशकार, कायदा, रेला, टुकड़ा, गत, परन सुनाकर निर्णायक मंडल का दिल जीत लिया। इस क्रम में बरेली की आरोही रावत ने उठान, पेशकार, कायदे के साथ ही हिरन परन, लालकिला, एक हत्थी की परन और चारबाग सुनाकर प्रशंसा हासिल की। बांदा के रवि प्रकाश ने पखावज में कमली चक्करदार परन सुनाकर तालियां बटोरीं। वाराणसी के विनय प्रकाश ने तबले पर पेशकार, कायदा, टुकड़ा, तिहाई और झपताल सुनाकर अपनी तैयारी का प्रभावी प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिताओं निर्णायक मंडल में कानपुर के प्रो.गणेश प्रसाद गुप्ता, वाराणसी स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में तबला के प्रो.प्रवीण उद्धव और दिल्ली स्थित कथक केन्द्र के पखावज प्रशिक्षक पंडित शशिकांत पाठक शामिल थे। कार्यक्रम संयोजिका और संगीत सर्वेक्षक रेनू श्रीवास्तव ने बताया कि बताया कि इसमें प्रदेश के 19 संभागों के प्रथम आए ध्रुपद, धमार, ख्याल तराना, ठुमरी, दादरा गायन, तंत्र, गंज, सुषिर, तबला, पखावज वादन और कथक नृत्य के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता के अंतिम दिन शुक्रवार को सभी वर्गों की कथक नृत्य प्रतियोगिताएं सुबह 11 बजे से होंगी।