भारतीय भवन निमार्ण व अन्य मजदूर यूनियन के तत्वाधान में जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना
गोरखपुर। आज भारतीय भवन निमार्ण व अन्य मजदूर यूनियन के तत्वाधान में जिलाधिकारी कार्यालय, गोरखपुर के समक्ष असंगठित मजदूरों के उत्पीड़न एवं शोषण के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन प्रदेश अध्यक्ष उमा शंकर सिंह के नेतृत्व में किया गया। धरने के उपरान्त उपस्थित सक्षम अधिकारियों के हाथों पॉच सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री जी को सम्बोधित सौंपा गया। धरने को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष उमा शंकर सिंह ने कहा कि गोरखपुर शहर असंगठित मजदूरों के उत्पीड़न का केन्द्र बनता जा रहा हैैं। यहॉ के प्रशासनिक अधिकारी लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं करते। दबंग मालिकों के प्रभाव में मजदूरों का ही उत्पीड़न किया जाता है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण श्रमिक बिरजू प्रजापति का है, डा0बी0के0चौधरी ने काम करवाकर बिरजू प्रजापति को आज तक मजदूरी नहीं दी जिसकी कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही न होना दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
थाना शाहपुर के एस.एच.ओ. तो कहते है कि मजदूरों के उत्पीड़न व शोषण से मेरा कुछ लेना देना नहीं है। मजदूरों की जितनी भी शिकायतें वहॉ प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा भेजी जाती है उन प्रार्थना पत्रों पर मनमाने ढ़ंग से रिपोर्ट लगाकर भेज देना थाना प्रभारी की आदत है न्याय कहा से मिलेगा। इसके अलावा श्रमिक राजेश निषाद से भी काम करवाकर अमरनाथ सिंह द्वारा मजदूरी नहीं दी जा रही हैं। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में असंगठित मजदूरों को न्याय की उम्मीद करना बेमानी हैं। श्री सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शीघ्र ही श्रमिकों को न्याय नहीं मिला तो बड़ा जन आंदोलन होगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन, गोरखपुर की होगी।
आगे धरने को सम्बोधित करते हुए मण्डल प्रभारी रियाज अहमद एवं बैरागी लाल ने कहा कि भारतीय भवन निर्माण व अन्य मजदूर यूनियन मजदूरों को उत्पीड़न एवं शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए कटिबद्ध हैं। इसलिए प्रशासन को संवेदनशील होते हुए इन्हें न्याय दिलाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए। संचालन करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष अब्दुल कादिर ने कहा कि शीघ्र ही मजदूरो को जागरूक कर सड़क पर उतर कर लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष किया जायेगा। धरने में मुख्य रूप से शंकर निषाद , महादेव , कंचन चौहान , भुवाल , रेयाज अहमद , उबैदुर्रहमान , बैरागी लाल , ध्रुव कुमार मल्ल , महेंद्र गौड़ , रामनाथ यादव , जगदीश , बिरजू प्रजापति , अब्दुल कादिर , राजेश कारपेन्टर , बैजनाथ , संजीव कुमार , पिंटू , जितेन्द्र , हरीशचंद्र , रमेश , अमरावती और प्रेम आदि शामिल थे ।