CM योगी की प्रतिष्ठा का सवाल बना मिल्कीपुर उपचुनाव, 1 महीने में 5वीं बार आए अयोध्या
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अयोध्या के मिल्कीपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। उन्होंने क्षेत्र के मुस्लिम वोट पर ज्यादा ध्यान देने को कहा। सीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि मुस्लिम महिलाओं के पास जाए और उनका वोट पाने की कोशिश करे, क्योंकि तीन तलाक से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को केंद्र के कानून से बहुत फायदा हुआ है। इसके अलावा पीएम आवास और उज्ज्वला स्कीम से भी मुसलमानों को लाभ मिला है।
मिल्कीपुर में कुल 414 पोलिंग बूथ हैं जिनमें सी श्रेणी के करीब 90 बूथ हैं। इन नब्बे बूथों पर ज्यादातर मुस्लिम और यादव बूथ है जहां बीजेपी को ना के बराबर वोट मिलते हैं। आज सीएम ने कहा, ”सी श्रेणी के बूथों पर पूरी ताकत लगाई जाए। मिल्कीपुर में अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश अंसारी को बुलाकर मीटिंग करे।” सीएम ने कहा कि बिना भेदभाव के सरकार की सभी योजनाओं को फायदा सबको मिल रहा है, ये बात घर-घर पहुंचाने की है।
‘जिन लोगों ने अयोध्या को रामभक्तों के लहू से सींचा वो…’
उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन लोगों ने अयोध्या को रामभक्तों के लहू से सींचने का काम किया है वो आज अयोध्या में जमीन घोटाले का आरोप लगा रहे हैं। अयोध्या में कोई जमीन घोटाला नहीं हुआ है बल्कि विकास परियोजनाओं के लिए ली गई जमीन के बदले 1700 करोड़ रुपये का मुआवजा लोगों को दिया गया है। सीएम योगी मिल्कीपुर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उनका का यह एक महीने में पांचवां दौरा है।
मिल्कीपुर को सरकार की तरफ से तोहफा
बता दें कि मिल्कीपुर से 2022 विधानसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के बाबा गोरखनाथ को हराया था। 2024 लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद ने फैजाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी सांसद लल्लू सिंह को हरा दिया। अब बीजेपी की कोशिश हर हाल में मिल्कीपुर का उपचुनाव जीतने की है। सीएम योगी ने यहां उपचुनाव जिताने की कमान खुद संभाल रखी है। आज उन्होंने मिल्कीपुर में 1100 करोड़ रुपये की जिन 83 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया उनमें 40 योजनाएं मिल्कीपुर की हैं। मिल्कीपुर में करीब 65 हजार यादव और 35 हजार मुस्लिम वोट है। अब बीजेपी की कोशिश सपा के मुस्लिम वोटबैंक में सेंध लगाने की है।
अखिलेश के लिए भी मिल्कीपुर चुनाव बना प्रतिष्ठा का सवाल
गौरतलब है कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के पास थी। यहां से विधायक अवधेश प्रसाद के फैजाबाद सीट से सांसद चुने जाने के बाद इस बात पर चुनाव होना है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस सीट को प्रतिष्ठा का सवाल बना रखा है। अखिलेश भी सीट पर सभी समीकरणों को साधने में जुटे हैं। सपा की तरफ से अवधेश प्रसाद के बेटे को प्रत्याशी बनाया जा सकता है।