चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक पृथ्वी की आखिरी कक्षा में पहुंचा, इसरो ने ट्वीट कर दी जानकारी
भारत का महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन चंद्रयान-3 14 जुलाई को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। फिलहाल चंद्रयान पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। पृथ्वी के चारों ओर पांच चक्कर पूरे करने के बाद इसे चंद्रमा की ओर धकेला जाएगा। आज चंद्रयान को चौथी कक्षा से पांचवीं कक्षा में सफलतापूर्वक पहुंचा दिया गया।
पृथ्वी का आखिरी चक्कर
पांचवीं कक्षा में धकेले जाने के तुरंत बाद चंद्रयान पृथ्वी से 236 किमी दूर 1,27,609 किमी की कक्षा में पहुंच जाएगा। फिलहाल इस यान की स्थिति अच्छी है। कुछ परीक्षणों के बाद इसका दायरा निर्धारित किया जाएगा। इसरो ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
अगली फायरिंग 1 अगस्त को है:-
इसके बाद 1 अगस्त को चंद्रयान पृथ्वी की कक्षा छोड़कर चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा शुरू करेगा, इस बार चंद्रयान-3 को इसरो की ओर से अंतिम झटका दिया जाएगा। इस चरण को ट्रांसलूनर इंजेक्शन कहा जाता है। यह आयोजन 1 अगस्त को रात 12 बजे से 1 बजे तक होगा।
यह चंद्रमा के चारों ओर भी चक्कर लगाएगा
चंद्रमा पर पहुंचने के बाद चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करेगा। इसके लिए इसे चंद्रमा की सतह से 100 किलोमीटर ऊपर की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। इसलिए, यह चंद्रमा की कक्षा में बिल्कुल विपरीत तरीके से यात्रा करेगा जैसे कि यह पृथ्वी की कक्षा से बाहर हो गया था।
अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसरो ने साफ कर दिया है कि चंद्रयान-3 24 अगस्त को चांद पर उतर सकेगा. अगर यह मिशन सफल रहा तो भारत चांद पर उतरने वाला चौथा देश बन जाएगा।
निष्कर्ष
भारतीय अंतरिक्ष मिशन, चंद्रयान-3, ने वैज्ञानिक समुदाय को एक बड़ी सफलता दिलाई है। इस मिशन के जरिए हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में नए आयाम स्थापित किए हैं और भारत को वैज्ञानिक मंच पर एक नई पहचान दिलाई है। इस सफलता के साथ, हमारे वैज्ञानिकों को समृद्धि और उत्साह के साथ अगले चैलेंजों का सामना करना होगा।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. चंद्रयान-3 कितने दूर तक पहुंचेगा?
चंद्रयान-3 पृथ्वी से लगभग 1,27,609 किलोमीटर दूर तक पहुंचेगा।
2. चंद्रयान-3 को कब चांद पर उतरने की योजना है?
चंद्रयान-3 को 24 अगस्त को चांद पर उतरने की योजना है।
3. क्या चंद्रयान-3 सफल होगा?
हां, चंद्रयान-3 के लॉन्च और पृथ्वी की परिक्रमा में विजयी होने के बाद यह चांद पर सफलतापूर्वक उतर सकता है।
4. चंद्रयान-3 के अनुसंधान क्या होगा?
चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने का प्रयास करेगा और वहां से चंद्रमा की वैज्ञानिक अनुसंधान करेगा।
5. चंद्रयान-3 से किसे मिलेगा लाभ?
चंद्रयान-3 के माध्यम से हमें चंद्रमा की सतह और उसके वातावरण के बारे में नई जानकारी मिलेगी, जिससे वैज्ञानिक समुदाय को अनेक रहस्यों का पर्दाफाश हो सकता है।