शिक्षक संकुल बीआरसी पहुंचकर दिया सामूहिक इस्तीफा
संतकबीरनगर। अधिक कार्यबोझ, समयाभाव और विभागीय दबाव के कारण शिक्षक संकुलों ने अतिरिक्त जिम्मेदारियों से हाथ खींच लिया है। कार्यबोझ और समयाभाव के चलते,शिक्षक संकुलों का त्यागपत्र देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।रोज रोज की व्हाट्स एप की दर्जनों सूचना से शिक्षक, प्रधानाध्यापक, संकुल मानसिक रूप से परेशान है।
इसी क्रम में गुरुवार के दिन बीआरसी सेमरियावां पर सभी शिक्षक संकुल पहुंचकर प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष मो आजम, जिला उपाध्यक्ष जफीर अली, मंत्री शोएब अख्तर, राम निवास और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के ब्लॉक अध्यक्ष डा अशीष कुमार गौतम, फूल चंद, मो आजम, हिमांशु पांडेय के नेतृत्व में गुरुवार को शिक्षा क्षेत्र के करीब चालीस से अधिक शिक्षक संकुलों ने सामूहिक त्यागपत्र देते हुए बीईओ के अनुपस्थिति में उनकी सहमति से कार्यालय सहायक सुशील शर्मा, खुर्शीद अहमद को सामूहिक इस्तीफा दिया।
शिक्षक संकुलों ने अपने लिखित पत्र के माध्यम से यह बताया कि विगत कई वर्षों से सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत हैं। पिछले पांच वर्षों से विभिन्न न्याय पंचायत में शिक्षक संकुल के पद पर कार्यरत हैं। विभाग ने अपने विद्यालय के साथ-साथ कई अन्य विद्यालयों के विभागीय सूचनाओं का आदान-प्रदान, दीक्षा प्रशिक्षण, डीबीटी व यू-डायस प्लस पोर्टल पर डाटा फीड़िग जैसे कार्य को विद्यालय छोड़े बिना ही करवाने का आदेश जारी करता रहता है।
पुस्तक वितरण का कार्य भी इन्ही से कराया जाता है।स्कूल स्कूल किताबें नही भेजी जा रही हैं।प्रत्येक माह दोपहर 3:00 से 5:00 बजे तक न्याय पंचायत स्तरीय समीक्षा बैठक, डीसीएफ का कार्य भी अनिवार्य किया गया हैं। अतिरिक्त कार्य बोझ के चलते सभी शिक्षक गण अपने मूल दायित्व व शिक्षा देने से असमर्थ हो रहे हैं। इससे विद्यालय में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहें हैं। जबकि उपरोक्त कार्यों के लिए विभाग द्वारा तीन वषोॅ से किसी भी प्रकार का कोई मानदेय नहीं दिया जा रहा हैं।
साथ ही संकुल क्षेत्र के विद्यालयों द्वारा अपने कार्यों को समय से न करने पर शिक्षक संकुलों पर एक विशेष जवाबदेही तय कर दी जाती हैं, जो की किसी भी प्रकार से उचित नहीं हैं। इस अवसर पर सुहेल अहमद, सुधीर कुमार मुख्तार आलम सिद्दीकी, सौरभ कुमार सिन्हा, दिलीप कुमार, गोपाल कुमार, अश्विनी कुमार चौधरी, फूल चंद, धर्म राज कन्नौजिया, सेराज अहमद, बालकेश, सर्वेश प्रताप नागवंशी, शैलेंद्र गुप्ता, कृष्ण राव, बदरूल हक, सुनील कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।